प्रोजेक्ट PARI क्या है?
⇒संस्कृति मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में विश्व धरोहर समिति की बैठक के 46वें सत्र के दौरान प्रोजेक्ट PARI (Public Art of India / भारत की सार्वजनिक कला) को प्रारंभ किया गया।
- PARI का उद्देश्य "संवाद, चिंतन और प्रेरणा को प्रोत्साहित करना है, जो राष्ट्र की गतिशील सांस्कृतिक संरचना में योगदान देता है।
- यह परियोजना "नई दिल्ली के सौंदर्य और सांस्कृतिक दृष्टिकोण को उन्नत करने" की भी उम्मीद करती है, जिसे ललित कला अकादमी और राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा के सहयोग से किया जा रहा
- यह परियोजना संस्कृति मंत्रालय द्वारा विश्व धरोहर समिति की 46 वीं बैठक के अवसर पर शुरू की गई थी, जो 21 से 31 जुलाई तक नई दिल्ली में आयोजित हुई थी।
- देश भर के 150 से अधिक दृश्य कलाकारों ने इस परियोजना में भाग लिया और विश्व धरोहर समिति की बैठक से पहले राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न स्थलों पर सार्वजनिक स्थानों की सुंदरता बढ़ाने का काम किया।
- इन कलाकारों को ललित कला अकादमी द्वारा आमंत्रित किया गया था, जो संस्कृति मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्था है।
- इस परियोजना में लगे कलाकारों ने पारंपरिक कला रूपों जैसे मूर्तियां, भित्ति चित्र और इंस्टॉलेशन बनाए हैं।
- यह कलाकृतियां राजस्थान की फड़ पेंटिग्स, पश्चिम बंगाल की अल्पना कला, तेलंगाना की चेरियाल पेंटिंग्स, केरल की भित्ति चित्रकला और गुजरात की पिथोरा कला इत्यादि से प्रेरित हैं।
'परी' सुनकर भ्रमित न हों
⇒PM मोदी ने आगे कहा कि अब आप 'परी' सुनकर भ्रमित न हों। यह परी स्वर्ग की कल्पना से जुड़ी नहीं है, बल्कि धरती को स्वर्ग बना रही है।
- 'परी' का अर्थ है पब्लिक आर्ट ऑफ इंडिया।
- प्रोजेक्ट के जरिए देश के कलाकारों को मिल रही पहचान
- खुशी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट परी उभरते कलाकारों को एक मंच पर लाकर माध्यम सार्वजनिक कला को लोकप्रिय बनाने का बड़ा माध्यम बन रहा है।
ललित कला अकादमी
- ललित कला अकादमी या राष्ट्रीय ललित कला अकादमी भारत सरकार का प्रमुख कला संस्थान है
- उद्देश्यः भारतीय कला संस्कृति को बढ़ावा देना, प्रचार-प्रसार करना एवं इसके विकास की दिशा में कार्य करना है।
- संस्थान के विभिन्न कार्यों, जैसे राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी की मेजबानी करना, कलाकारों को छात्रवृत्ति प्रदान करना, विदेशी कलाओं की प्रदर्शनी का आयोजन करना
- ललित कला अकादमी, संस्कृति मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्था है।
राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा (National Gallery of Modern Art)
- भारत की एक प्रमुख एवं प्रतिष्ठित दीर्घा है।
- इस मार्डन आर्ट गैलरी की स्थापना 29 मार्च, सन 1954 में की गयी थी।
- नई दिल्ली स्थित सरकार द्वारा प्रायोजित यह कला दीर्घा ललित कला संबंधी कार्यों (चित्रकारी आदि) का संरक्षण करती है।
- यह प्रदर्शनियों के आयोजन के साथ उसके लिए दीर्घाओं की व्यवस्था भी करती है।
- व्याख्यानों, संगोष्ठियों और सेमिनारों के आयोजन के साथ यह तस्वीरों, पोस्टकार्ड, ग्रीटिंग का प्रकाशन करती है।
- यह कला के क्षेत्र में अध्ययन और शोथ को प्रोत्साहन देती है।
- मुख्य आकर्षण नंदलाल बोस, राजा रवि वर्मा, अमृता शेरगिल एवं जैमिनी राय द्वारा तैयार की गई उत्कृष्ट कलाकृतियाँ है।
- यह कला दीर्घा राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय की विशेष प्रदर्शनियों का आयोजन भी करती है।
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12:21 pm | Admin